प्रागैतिहासिक और ऐतिहासिक काल
(Prehistoric and historical period)
(Prehistoric and historical period)
मानव के विकास की कहानी अत्यंत रोचक है | इसके विकास का वह भाग, जिसका लिखित विवरण उपलब्ध है, ऐतिहासिक काल कहा जाता है | परन्तु इस भाग के पूर्व भी मानव इस धरती पर लाखों वर्ष रह चुका था | इस लम्बे सुदूर अतीत के मानव की घटनाओं का कोई लिखित विवरण प्राप्त नहीं है, इसे प्राक इतिहास काल कहा जाता है | इसे हम प्रागैतिहासिक काल भी कहते हैं |
प्रागैतिहासिक काल जानकारी के स्रोत : - प्रागैतिहासिक काल के विषय में कोई लिखित विवरण प्राप्त नहीं है | फिर भी इस काल के विषय में जानकारी के कुछ स्रोत हैं | पुरातत्वविदों तथा भूगर्भ के विद्वानों ने इनका अध्ययन करके इस काल के मानव के विकास को लिपिबद्ध किया | इन स्रोतों का विवरण निम्न प्रकार है -
क ) हथियार व औजार - इनमे भले, बर्छी, छेनी, चाकू, हथोड़े व हस्त कुल्हाड़े प्रमुख हैं | ये सभी हथियार और औजार छोटे-बड़े, सुडौल, भद्दे, पॉलिशयुक्त तथा बिना पॉलिश के भी हैं |
ख ) जीवाश्म - उत्खान से पशुओं तथा मानव की भिन्न-भिन्न प्रकार की अस्थियाँ भी प्राप्त हुई हैं |
ग ) चित्रकला के नमूने - विभिन्न स्थलों की गुफाओं एवं दीवारों पर अंकित चित्रकला के नमूने भी प्राप्त हुए हैं |
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प्रागैतिहासिक मानव की जातियाँ
(Species of prehistoric human)
मानव जैसे प्राणी अथवा आदिम होमिनिड्स सबसे पहले अभिनूतन काल के प्रारम्भ में प्रकट हुए और वे सब समाप्त हो गए | नीचे कुछ आदिमानव के विशिष्ट प्रकारों का उल्लेख किया गया है :-
१ अस्ट्रेलोपिथेकस (Australopithecus)- यह पहला वानर मानव था जो सीधा चलता था | इसकी ऊंचाई ४२-५० इंच और भार ४०-७० पौंड था | यह नग्न रहता था और भरण पोषण के लिए प्रकृति पर निर्भर था |
२ जिन्जानथ्रोपस (Zinjanthropus)- यह अस्ट्रेलोपिथेकस की उपजाति थी | यह औज़ार बनती थी और बेर, कन्दमूल और कीड़े-मकोड़े कहती थी |
३ जावामानव (Java man)- जावामानव सीधा खड़ा वानर-मानव कहा गया है | आज से ५ लाख वर्ष पूर्व इस पृथ्वी पर यह रहता था |
४ पेकिंग मानव (Peking man)- इसका चेहरा जावा मानव से कुछ विकसित है | यह मानव भी आज से ५ लाख वर्ष पूर्व ही रहता था, इसे आग का ज्ञान था, प्राप्त औजारों से इनके द्वारा पशुओं के शिकार करने का भी बोध होता है |
५ निअंडरथल मानव (Neanderthal man)- यह मध्य-पुरापाषाण काल का प्रतिनिधित्व करता है | यह मानव मृतकों का आदर करता था और शवों को पूजा की सामग्रियों सहित कब्र में दफनाता था | यह मानव आग जलाना, पशुओं का शिकार करना, मानव-समूहों में रहना जानता था | इसकी गर्दन छोटी, चेहरा चौड़ा और माथा ढलवाँ था |
६ पिल्टडाउन मानव (Piltdown man)- यह मानव इंग्लैंड के पिल्टडाउन नामक स्थान की खुदाई में प्राप्त हुआ, यह २ लाख वर्ष पूर्व पृथ्वी पर रहता था | यह मानव हथियार और आग का प्रयोग जानता था |
७ क्रोमैगनान मानव (Cro-magnon man)- फ्रांस में स्थित क्रोमैगनान नामक स्थान की खुदाई में प्राप्त हुआ, यह मानव ३५००० वर्ष पूर्व इस धरती पर रहता था | उसकी लम्बाई ६ फुट से अधिक, चौड़ा मस्तक, पतली नाक तथा ऊँची ठोड़ी वाला था | यह आदिमानव बोलना भी जानता था |
८ होमोसेपियन्स मानव (Homosapiens man)- मध्य एशिया के कुछ क्षेत्रो में इस आदिमानव के ३० से ४० हज़ार वर्ष पूर्व अस्थियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं | इस मानव की ठोड़ी विकसित और खोपड़ी गोलाकार थी |
६ पिल्टडाउन मानव (Piltdown man)- यह मानव इंग्लैंड के पिल्टडाउन नामक स्थान की खुदाई में प्राप्त हुआ, यह २ लाख वर्ष पूर्व पृथ्वी पर रहता था | यह मानव हथियार और आग का प्रयोग जानता था |
७ क्रोमैगनान मानव (Cro-magnon man)- फ्रांस में स्थित क्रोमैगनान नामक स्थान की खुदाई में प्राप्त हुआ, यह मानव ३५००० वर्ष पूर्व इस धरती पर रहता था | उसकी लम्बाई ६ फुट से अधिक, चौड़ा मस्तक, पतली नाक तथा ऊँची ठोड़ी वाला था | यह आदिमानव बोलना भी जानता था |
८ होमोसेपियन्स मानव (Homosapiens man)- मध्य एशिया के कुछ क्षेत्रो में इस आदिमानव के ३० से ४० हज़ार वर्ष पूर्व अस्थियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं | इस मानव की ठोड़ी विकसित और खोपड़ी गोलाकार थी |
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