पृथ्वी की उत्पत्ति एवं जीवन का प्रारंभ

पृथ्वी की उत्पत्ति एवं जीवन का प्रारंभ
(Origin of life and the beginning of life.)

पृथ्वी की उत्पत्ति कब और कैसे हुई, यह एक गूढ़ प्राकृतिक रहस्य आज भी बना हुआ है | पृथ्वी की उत्पत्ति के विषय में मूल रूप से दो मत प्रचलित हैं -

( i )   धार्मिक मत : - धार्मिक मतानुसार पृथ्वी का निर्माण ईश्वर ने किया है तथा उन्हीं की इच्छा से सृष्टि का निर्माण हुआ है |

( ii )  वैज्ञानिक मत : - वैज्ञानिक मतानुसार पृथ्वी का जन्म 400 करोड़ वर्ष पूर्व सूर्यपिंड (दहकते गोले) के एक नक्षत्र से टकराने और विखण्डन के परिणामस्वरूप हुआ | विखण्डन के परिणामस्वरूप कई गोले सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने लगे | पृथ्वी इन्हीं गोलों (टुकड़ों) में से एक थी |

----------------------------------------------------------------
हिमयुग 
(Ice Age)

हिमयुग या हिमानियों का युग पृथ्वी के जीवन में आने वाले ऐसे युगों को कहते हैं जिनमें पृथ्वी की सतह और वायुमंडल का तापमान लम्बे अरसों के लिए कम हो जाता है, जिस से महाद्वीपों के बड़े भूभाग पर हिमानियाँ (ग्लेशियर) फैल जाते हैं। ऐसे हिमयुग पृथ्वी पर बार-बार आयें हैं और विज्ञानिकों का मानना है के यह भविष्य में भी आते रहेंगे। आख़री हिमयुग अपनी चरम सीमा पर अब से लगभग २०,००० साल पूर्व था। माना जाता है कि यह हिमयुग लगभग १२,००० वर्ष पूर्व समाप्त हो गया, लेकिन कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्रीनलैंड और ऐन्टार्कटिका पर अभी भी बर्फ़ की चादरें होने का अर्थ है कि यह हिमयुग अपने अंतिम चरणों पर है और अभी समाप्त नहीं हुआ है। जब यह युग अपने चरम पर था तो उत्तरी भारत का काफ़ी क्षेत्र हिमानियों की बर्फ़ की मोटी तह से हज़ारों साल तक ढका हुआ था।

वैज्ञानिकों को पाँच बड़े हिमयुग ज्ञात हैं:
ह्युरोनाई हिमयुग (Huronian Iceage): यह सब से प्राचीन ज्ञात हिमयुग था और लगभग २.४ से २.१ अरब वर्ष पहले आपने चरम पर था। इसमें बहुत ही भयंकर सर्दी हुई थी और यह हिमयुग लम्बे अरसे तक रहा। 

क्रायोजॅनाई हिमयुग (Cryogenian Iceage): यह आज से लगभग ८५ से ६३ करोड़ वर्ष पूर्व हुआ और पिछले एक अरब वर्षों का सब से भयंकर हिमयुग माना जाता है। इसमें पूरी पृथ्वी बर्फ़ से ढक गई थी और माना जाता है के उस समय अंतरिक्ष से देखने पर यह एक पूरा सफ़ेद बर्फ़ का गोला नज़र आती। 

ऐण्डीयाई-सहारवी हिमयुग (Andean-Saharan Iceage): यह एक छोटा हिमयुग था जो आज से लगभग ४६ से ४३ करोड़ साल पहले घटा। 

करू हिमयुग (Karoo Iceage): यह ३६ से २६ करोड़ वर्ष पूर्व घटा। उस समय पृथ्वी पर वनस्पति और पौधे बहुत घने और विस्तृत हो गए। पृथ्वी के वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड कम और ऑक्सिजन की मात्रा बहुत ज़्यादा हो गई थी, जिस से धरती का तापमान काफ़ी गिर गया और हिमयुग आरंभ हो गया।

क्वाटर्नरी हिमयुग (Quaternary Iceage): यह वह हिमयुग है जो अभी चल रहा है और लगभग २५ लाख वर्ष पूर्व आरंभ हुआ था। इस हिमयुग में तापमान और हिम का प्रकोप ऊपर-नीचे होता रहा है, जिस से समुद्रों का पानी भी ऊपर-नीचे उठता रहा है।

----------------------------------------------------------------

पृथ्वी के भू-वैज्ञानिक काल 
(Earth's Geological Age)

पूर्व केम्ब्रियन युग (East Cambrian era)- अत्यधिक गर्म होने के कारण धरती पर 120 करोड़ वर्ष पूर्व तक जीव-जन्तु या पौधे उत्पन्न नहीं हुए। कालान्तर में परिवर्तन के फलस्वरूप पृथ्वी पर सबसे पहले जल में एककोशीय, हड्डी रहित, त्वचाविहीन जीवों का जन्म हुआ। इन जीवों का शरीर मांस की चिपचिपी झिल्ली के समान था। इस प्रकार पृथ्वी पर जीवधारी प्राणियों का उद्भव हुआ।

उत्तर केम्ब्रियन काल (West Cambrian era)- जीवों के क्रमिक विकास के कारण इस युग में कीट-पतंगे, बिच्छू और मेंढक पृथ्वी पर उत्पन्न हो गये।

केम्ब्रियन युग (Cambrian era)- जीवों का उत्तरोत्तर विकास होता गया। 60 करोड़ वर्ष से 21 करोड़ वर्ष तक जल में मेंढक एवं मछलियां, पेट के बल चलने वाले कीड़े तथा विभिन्न प्रकार के जलीय जन्तुओं का उद्भव हुआ।

ट्राईएसिक, जुरेसिक, क्रिटेशस युग (Triesic, jurassic, cretaceous era)- 21 करोड़ वर्ष के पूर्व तक धरती पर अण्डज जीवों का विकास हो गया। इस युग के जीव-जन्तुओं में सांप, कछुआ, मगरमच्छ आदि उत्पन्न हुए। इस युग का विशालकाय डायनासोर आधुनिक हाथी से भी बड़ा हो गया। डायनासोर दो प्रकार के थे-एक वह जो मासाहारी थे व दूसरे शाकाहारी। अल्पविकसित मस्तिष्क व बदलती भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ये धीरे-धीरे विलुप्त हो गये और इनका स्थान छोटे प्राणियों ने पुनः ले लिया।

सीनोजोइक (Cenozoic)- 7 करोड़ वर्ष पूर्व से अब तक पृथ्वी पर विभिन्न जन्तुओं का विकास हुआ। इस काल में स्तनपायी जीवों का विकास हुआ। गगनमण्डल में पक्षी उड़ने लगे। धरती पर वनस्पतियों के साथ बन्दर, लंगूर, वनमानुष, नर-वानर आदि अस्तित्व में आए। वहीं से प्राइमेट्स (नर-वानर) का जन्म हुआ।

No comments:

Post a Comment